दुर्ग। शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के मुख्य आरोपी सोमेंद्र पाटिल को स्मृति नगर चौकी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से धोखाधड़ी से प्राप्त रकम से खरीदी गई कार जिसकी कीमत 38 लाख रुपए है एवं एक गूगल फोन को जब्त किया गया है। आरोपी ने ठगी से प्राप्त रकम को चल अचल संपत्ति क्रय करने में खर्च किया था। प्रकरण में मुख्य अभियुक्त स्नेहांशु नामदेव सहित पांच आरोपी को पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुखनंदन राठौर ने बताया कि सूर्या माल जुनवानी में निशा बिजनेस कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड एवं यूनिक इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन कार्यालय सुपेला चौक नामक कंपनी खोलकर शेयर में निवेश के नाम पर 20 से 40 प्रतिशत का लाभ दिए जाने का लालच देकर लगभग 66 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई थी। शिकायत के बाद आरोपियों के खिलाफ पुलिस अपराध पंजीबद्ध किया था और पूर्व में इस प्रकरण में पांच आरोपी स्नेहांशु नामदेव, उसकी पत्नी डाली नामदेव, निशा मानिकपुरी, धातरी कोसरे एवं शुभम गुप्ता को गिरफ्तार किया जा चुका था और उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था। मुख्य आरोपी से पूछताछ करने पर उसने एक अन्य मुख्य आरोपी सोमेंद्र पाटिल के संबंध में जानकारी देते हुए उसकी संलिप्तता बताई थी। पुलिस ने आरोपी सोमेंद्र पाटिल निवासी सेक्टर 6 भिलाई से पूछताछ की जिसमें उसने अपना अपराध स्वीकार किया।आरोपीगण निशा बिजनेस कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड एवं यूनिक इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन नामक कंपनी में निवेश कर एवं एक वर्ष में राशि दुगनी करने का लालच देकर 7 करोड रुपए की राशि का निवेश कराया था। निवेशकों से प्राप्त राशि का 30% राशि कमीशन के रूप में लगातार प्राप्त कर धोखाधड़ी की जा रही थी। अब तक आरोपी सोमेंद्र पाटिल द्वारा लगभग 4 करोड़ 50 लाख रुपए की रकम प्राप्त कर निवेशकों से धोखाधड़ी की जा चुकी है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।