शहर में बेकाबू रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात करीब 9 बजे गैस सिलेंडर गोदाम पिपरिया के पास हुए भीषण हादसे में 54 वर्षीय नवदीप सिंह की दर्दनाक मौत हो गई। सब्जी और राशन लेकर घर लौट रहे नवदीप को अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। राहगीरों ने उन्हें अस्पताल पहुँचाया, जहाँ गंभीर चोटों के चलते इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

नवदीप सिंह, पिता स्व. राजबहादुर सिंह, अटल आवास में पत्नी के साथ रहते थे। वे पिछले 20 वर्षों से दस्तावेज़ लेखक चैनू सारथी के सहायक के रूप में कार्यरत थे। सरल स्वभाव और मिलनसारिता के कारण नगर में सभी उन्हें जानते और मानते थे। परिवार में पत्नी हैं, लेकिन संतान नहीं है। अंतिम संस्कार के दौरान भाई सुनील सिंह ने नम आंखों से मुखाग्नि दी, जिससे माहौल गमगीन हो गया।
रफ्तार का आतंक बढ़ा, लोग सहमे
स्थानीय निवासियों का कहना है कि खैरागढ़ क्षेत्र में रफ्तार की वजह से हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। बस स्टैंड, इतवारी बाजार, अमलीपारा मोड़, पिपरिया और धरमपुरा जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में आए दिन दुर्घटनाएँ हो रही हैं, जिससे लोग दहशत में हैं।