गांधी के राम : समतामूलक समाज और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रतीक – रघु ठाकुर

भिलाई, 24 नवंबर। प्रखर गांधीवादी विचारक एवं सामाजिक चिंतक रघु ठाकुर ने कहा है कि महात्मा गांधी के राम समतामूलक समाज के निर्माण, लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना और निर्बलों के बल के प्रतीक हैं।सोमवार को भिलाई प्रवास पर आए श्री ठाकुर ने रिसाली के दशहरा मैदान स्थित योग परिसर में “गांधी के राम” विषय पर आयोजित व्याख्यान में उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गांधीजी ने रामराज्य की कल्पना को केवल धार्मिक अवधारणा नहीं, बल्कि एक आदर्श शासन व्यवस्था के रूप में प्रस्तुत किया, जिसमें कोई भूखा न रहे, कानून-व्यवस्था सुदृढ़ हो, सभी को समान दृष्टि से देखा जाए और राजा में अपनी आलोचना सुनने व सुधारने की क्षमता हो।राम-भरत संवाद का उदाहरण देते हुए श्री ठाकुर ने बताया कि श्रीराम अपने राज्य में लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना चाहते थे। गांधीजी भी आलोचना को खुले मन से सुनते थे और उसका उत्तर भी देते थे।एक रोचक प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने बताया कि गांधीजी के आश्रम में एक बार कस्तूरबा ने ममतावश अपने पुत्र को अन्य शिष्यों की तुलना में अधिक घी दे दिया। जब यह शिकायत गांधीजी तक पहुंची तो उन्होंने स्वयं कस्तूरबा को दंड दिया। इससे गांधीजी के समानता और अनुशासन के प्रति पूर्ण प्रतिबद्धता झलकती है।श्री ठाकुर ने गांधीजी को प्राकृतिक चिकित्सा का घोर समर्थक बताते हुए तुलसीदास की प्रसिद्ध चौपाई का स्मरण कराया –दैहिक दैविक भौतिक तापा,राम राज नहिं काहुहि ब्यापा।उन्होंने कहा कि रामराज्य में प्रजा को शारीरिक, दैविक और भौतिक इन तीनों तापों से मुक्त रखना राजा का परम कर्तव्य है। निर्बल का बल राम (राजा) को बनना चाहिए तथा समाज को भयमुक्त और निर्भीक बनाना चाहिए।अंत में रघु ठाकुर ने चार मर्यादाओं पर विशेष बल दिया : व्यक्ति की मर्यादापरिवार की मर्यादासमाज की मर्यादाराज (शासन) की मर्यादाउनका कहना था कि यदि व्यक्ति अपनी मर्यादा में रहकर परिवार को संभालेगा, तभी परिवार समाज को और समाज राज को सुधार सकेगा।व्याख्यान के बाद उपस्थित लोगों ने श्री ठाकुर के विचारों की मुक्त कंठ से सराहना की।उक्त कार्यक्रम में मॉर्निंग वॉक हास्य क्लब व सहज योग के संस्थापक राम सेवक वर्मा जी ने अध्यक्षता की उन्होंने कबीर के राम को रेखांकित किया. कार्यक्रम में रिसाली महापौर शशि सिन्हा, सभापति केशव बंछोर, योग लंगर के संस्थापक अशोक महेश्वरी, समाजसेवी संजय प्रकाश चौधरी प्रमुख रूप से उपस्थित थे.इस दौरान स्वच्छ धारा वेलफेयर समिति के संस्थापक नवनीत कुमार हरदेव को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.कार्यक्रम संचालन केशव साहू ने किया. महापौर सिन्हा ने आभार व्यक्त किया.

उक्त अवसर पर तरुणा देशमुख,टीनल हरदेल,श्याम राय,सुरेंद्र कुमार साहू,ऋषि प्रसाद देशमुख, लीलेश्वर देशमुख,दुर्ग जिला अध्यक्ष तोरन लाल देशमुख, कुंवर सिंह देशमुख चुनेश्वर साहू, एस के गुप्ता,चंदूलाल मरकाम,ध्रुवदास बघेल,राकेश सिसोदिया, योगलंगर परिवार के विजयराम, गोकुल नागपुरे, डॉ एस पी शर्मा,बबीता चौधरी, डॉ सुशीला सौरी,माला सिन्हा,सुनंदा जैन मंजू सिंह,कनक मंडल संजय यूके,अंजली सिंह,प्रवीण चोपड़ा,श्वेता,अंजू गुप्ता,नवीन खत्री,श्याममनोहर सिंह, एड अजय शर्मा किरण साहू,राहुल ,सारिका मिश्री,मधु पाटकर,किशोर,मृदुल,किरण यादव,अंजली शर्मा,मनीषा सोनी आदि उपस्थित रहे.

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