दुर्ग। शहर के एक नामी स्कूल की प्रिंसिपल एस. संगीता नायर पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि उन्होंने हिन्दू धर्म से जुड़े बच्चों को चोटी रखने, तिलक लगाने और हाथ में कलावा बांधने से रोका।
बजरंग दल ने बताया कि कक्षा 11वीं के 68 विद्यार्थियों में से केवल 25 ही उत्तीर्ण हुए जबकि 43 छात्रों को फेल कर दिया गया। संगठन का सवाल है कि क्या धर्म के आधार पर बच्चों के साथ भेदभाव कर जानबूझकर उन्हें अनुत्तीर्ण किया गया? संगठन ने फेल हुए बच्चों की उत्तर पुस्तिकाएं सार्वजनिक करने की मांग की है।

यही नहीं, प्रिंसिपल पर बच्चों के साथ मारपीट के भी आरोप हैं। अभिभावकों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बाद भी स्कूल प्रबंधन ने स्थिति नहीं सुधारी।
बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करने बाध्य होंगे।
