दुर्ग। ओपनलैंड और आम रास्ते की जमीन को अपना बताकर व्यवसायी को बेचने वाले आरोपियों के खिलाफ जामुल पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच में लिया है। आरोपियों ने व्यवसायी को झांसे में लेने के लिए जमीन के फर्जी दस्तावेज भी तैयार कराए। इसके बाद व्यवसायी से 23.40 लाख रुपए में सौदा करके रजिस्ट्री करा दी। प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी अजय गुप्ता और किरण लोहिया के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया है।
हाऊसिंग बोर्ड भिलाई निवासी कमल अग्रवाल (32वर्ष) ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह एफएमसीसी उत्पादों की ट्रेडिंग का व्यवसाय करता है। अजय गुप्ता पिता कांति गुप्ता से उसने वर्ष 2021 में अपनी मां के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। उस जमीन के लिए 7.80 लाख रुपए नगद दिया था परंतु बैंक से फाइनेंस नहीं होने से रजिस्ट्री निरस्त हो गई। उसने 7.80 लाख रुपए अजय गुप्ता से नहीं लिए। इसके बाद अजय गुप्ता से 23.40 लाख में 1800 वर्ग फीट जमीन का सौदा किया गया था उसने प्लाट मालिक किरण लोहिया से पॉवर ऑफ अटर्नी लेकर रजिस्ट्री कराई। ऐसे में उसने अजय गुप्ता को पूर्व से दिए 7.80 लाख को जोड़कर शेष रकम 15.60 लाख रुपए दिए। लेकिन बाद पता चला कि अजय गुप्ता ने कई जगह पर फर्जी रजिस्ट्री की है। जांच कराने पर पता चला कि ऋण पुस्तिका और रजिस्ट्री में दर्ज खसरा नंबर अलग-अलग निकला। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग ऑफिस से उस खसरा नंबर की जांच कराई तो मौके पर उस खसरा नंबर की भूमि नही थी।