दुर्ग।छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव के तहत स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय धनोरा दुर्ग में छत्तीसगढ़ रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर बंजारे जी और विशेष अतिथि के तौर पर श्रीमती रूलेश्वरी बंजारे आमंत्रित थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉक्टर ए ए खान द्वारा की गई। 8 सितंबर को छत्तीसगढ़ सामान्य ज्ञान पर एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जो विद्यार्थियों में छत्तीसगढ़ से संबंधित ज्ञान को अभि प्रेरित करने के उद्देश्य से रखा गया था। 9 सितंबर को छत्तीसगढ़ विकास यात्रा विषय पर प्रेजेंटेशन विधार्थियो द्वारा किया गया। । कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की वंदना एवं छत्तीसगढ़ राजगीत गायन से हुआ। तत्पश्चात अतिथि द्वय का स्वागत किया गया। प्राचार्य डॉ ए ए खान द्वारा स्वागत भाषण में छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना और उसके विकास पर प्रेरक उद्बोधन दिया गया। मुख्य अतिथि बंजारे ने छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के योगदान को याद किया। सरपंच श्रीमती बंजारे ने आयोजन की प्रशंसा की। महाविद्यालय के नोडल ऑफिसर विकास पंचाक्षरी ने छत्तीसगढ़ विकास के जिम्मेदारी से विद्यार्थियों को अवगत कराया। छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य में छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा में सजी छात्राएं छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति की गाथा बखान कर रही थी। लोकगीत के माध्यम से छत्तीसगढ़ के अस्तित्व और परंपरा को प्रकाशित किया गया। कशिश, दीक्षा एलवीर, सुमिता, और सहेलियों ने नृत्य और किरण, अद्वितीय, पूर्णिमा और रितेश ने लोकगीत प्रस्तुत किए। पी पी टी में नीशा जूरी, अलिशा, साक्षी कशिश एवं अन्य विधार्थियो ने भाग लिया। छात्राओं की नृत्य से प्रभावित सरपंच श्रीमती रूलेश्वेरी बंजारे ने उन्हें पुरस्कार स्वरूप 2000 रुपए की राशि प्रदान की। महाविद्यालय की ओर से अतिथियों को पौधे भेंट स्वरूप दिए गए। छत्तीसगढ़ी भाषा में कार्यक्रम का संचालन श्रीमती छाया साहू सहायक प्रध्यापक वाणिज्य ने प्रभावशाली ढंग से किया। कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती कल्पना पांडेय शुक्ला सहायक प्रध्यापक हिंदी रही। आयोजन समिति में सहायक प्रध्यापक डॉक्टर हेमा कुलकर्णी, श्री विश्वनाथ ताम्रकार, श्वेता साव, श्रीमती शाहिस्ता,, डॉ संदीप कुमार अतिथि व्याख्याता श्रीमती ऋतिकाअवस्थी, अतिथि सिंह ने विशेष सहयोग दिया। तकनीक सहायक के रूप में प्रभात और कृष्ण यादव ने सराहनीय कार्य किया।डॉ स्वाति तिवारी और महाविद्यालय के समस्त कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति दी।