दुर्ग।बेथनी विद्यालय बोरसी मे शिक्षक दिवस और ओणम को संयुक्त रूप से भव्य कार्यक्रम के रूप में मनाया।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा एक सुंदर पुक्कलम (फूलों की रंगोली) बनाने से हुई, जो सामंजस्य और एकता का प्रतीक है। ओणम का सार विद्यार्थियों को महाबली और वामन जैसे पौराणिक चरित्रों की याद दिलाकर प्रस्तुत किया गया, जिससे वे भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर से जुड़े। इसी तरह शिक्षकों के सम्मान में कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से किया गया, जो ज्ञान के प्रकाश का प्रतीक है। हेड बॉय ने भाषण दिया जिसमें शिक्षकों की भूमिका को जीवन-निर्माण में सराहा गया। इसके बाद सिस्टर प्रिंसिपल हृदया ने अपने संबोधन मे उन्होंने समर्पण और आजीवन सीखने के मूल्यों पर बल दिया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने एकल और समूह नृत्य प्रस्तुतियाँ दीं। बच्चों ने शिक्षकों के लिए मनोरंजक खेलों का भी आयोजन किया। कक्षा 10, 11 और 12 के विद्यार्थियों ने शिक्षकों को मिठाइयाँ और उपहार वितरित कर अपना आभार व्यक्त किया।
