सावन माह के पावन अवसर पर सोमवार को शिवनाथ नगरी में श्रद्धा और भक्ति का अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिला। कांवड़ यात्रा के तहत प्रदेश के कोने-कोने से आए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगाजल लेकर शिवनाथ नदी के तट पर भगवान शिव का जलाभिषेक किया।

सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम नगर की सड़कों और घाटों की ओर बढ़ता रहा। “बोल बम” और “हर-हर महादेव” के जयघोषों से वातावरण गूंज उठा। कथावाचक युवराज पांडे का शिवनाथ आगमन श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। उन्होंने जैसे ही मंच पर शिव भक्ति से परिपूर्ण भजन प्रस्तुत किए, उपस्थित जनसमूह भावविभोर होकर झूम उठा।

प्रशासन द्वारा सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम किए गए थे। पुलिस बल, होमगार्ड, यातायात पुलिस,स्वास्थ्य कर्मी और स्वयंसेवकों की तैनाती से कार्यक्रम शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। जगह-जगह शिविर, जलपान केंद्र और प्राथमिक उपचार सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गईं।

नगर प्रशासन के अनुसार, इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में कहीं अधिक रही। स्थानीय व्यापारियों और सामाजिक संगठनों ने भी भक्तों की सेवा में सहयोग किया।

सावन का यह दिन शिवनाथ के इतिहास में भक्ति, अनुशासन और सहयोग की मिसाल बन गया।