शुक्रवार की सुबह अचानक उथल-पुथल मच गई जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के रायपुर स्थित पदुम नगर निवास पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई राज्य में चर्चित शराब घोटाले के सिलसिले में की गई है।
ईडी की यह टीम सुबह करीब 6 बजे दो गाड़ियों में पहुंची, जिसमें कुल 8 अधिकारी शामिल थे। टीम ने भूपेश बघेल के निवास की तलाशी ली और जांच शुरू की।
जैसे ही ईडी की कार्रवाई की खबर फैली, कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक बड़ी संख्या में भूपेश बघेल के घर पहुंचने लगे। चरोदा नगर निगम के सभापति कृष्णा चंद्राकर, पूर्व ओएसडी मनीष बंछोर और आशीष वर्मा जैसे कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रायपुर जिला पुलिस ने तत्काल निवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है।
बता दें कि आज पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल का जन्मदिन है। सुबह से ही उनके निवास में पारिवारिक आयोजन की तैयारियां चल रही थीं, लेकिन ईडी की दबिश ने माहौल को पूरी तरह बदल दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया ईडी की इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा, “आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है. अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था. भिलाई निवास में “साहेब” ने ED भेज दी है.” उन्होंने बीजेपी सरकार पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप लगाया।
शराब घोटाले में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान आबकारी विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और कमीशनबाजी के आरोप लगे हैं। ईडी पहले भी इस मामले में कई अधिकारियों, व्यवसायियों और नेताओं से पूछताछ कर चुकी है। अब पूर्व मुख्यमंत्री के घर सीधे कार्रवाई को गंभीर माना जा रहा है।
बता दें कि विधानसभा के मानसून सत्र से पहले बजट सत्र के दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल के भिलाई निवास पर ईडी ने छापा मारा था। 11 घंटे तक चली कार्रवाई के बाद बघेल ने कहा था कि टीम उनके निवास से 32-33 लाख रुपए और दस्तावेज टीम ले गई।
ED ने भूपेश बघेल के आवास सहित प्रदेशभर में कुल 14 ठिकानों पर दबिश दी थी। ईडी की टीमें रायपुर, भिलाई सहित कई जिलों में एक साथ छापेमारी की थी.