दुर्ग।ईंट-भट्टे के लिए मजदूर उपलब्ध कराने का झांसा देकर दो संचालकों से 25.35 लाख रुपए लेकर फरार होने वाले मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलगांव पुलिस ने बलौदा बाजार निवासी तेजराम केवट के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध का जांच में लिया है।
ग्राम पीसे गांव निवासी प्रार्थी नीलकंठ कुंभकार (62 वर्ष) ने जिला बलौदा बाजार निवासी तीज राम केवट और कमल सिंह निषाद के खिलाफ 23 जून को अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में परिवाद दायर किया था।
नीलकंठ का ग्राम पथरिया (बोरी) में ईंट भट्टा है। आरोपी तीज राम केवट और कमल सिंह निषाद ने प्रार्थी से कहा कि वह ईंट भट्टे में काम करने के लिए लेबर उपलब्ध करने का काम करते है। उनके झांसे में आकर प्रार्थी ने पिछले साल 22 जुलाई से 12 दिसंबर तक दोनों को 12 बार में 10 लाख 35 हजार रुपए दिए जा चुके थे।उसने नवंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच लेबर उपलब्ध कराने के लिए एग्रीमेंट भी किया। तय समय सीमा गुजरने के बाद आरोपियों ने उसे लेबर उपलब्ध नहीं कराये थे। दूसरे मामले में ऋषभ कालोनी पुलगांव निवासी अभिषेक चक्रधारी (38 वर्ष) ने पुलिस को बताया कि उसका राजनांदगांव के ग्राम ईरा में उसका ईंट भट्टा है। ग्राम सुनसुनिया, जिला बालौदाबाजार निवासी आरोपी तीजराम केवट पिता सोतन केवट ईंट भट्टे के लिए मजदूर उपलब्ध करा देने की बात कही। उसके कहने पर 10 जून से 22 नवंबर तक 11 बार में कुल 15 लाख रुपए देकर एग्रीमेंट किया। इसमें आरोपी तीज राम को नवंबर 2024 से फरवरी 2025 तक लेबर उपलब्ध कराना था। लेकिन तय समय गुजरने के बाद भी ईंट भट्टे के लिए लेबर नहीं उपलब्ध कराए थे। प्रार्थी ने जब उससे पैसे वापस मांगे तो जल्द वापस करने की बात बोलकर टालता रहा। इसके बाद अपना मोबाइल बंद कर दिया था। परेशान होकर जब उसने 13 मार्च को पुलगांव थाने में आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिया तो पुलिस ने मामले में अपराध पंजीबद्ध नहीं किया था।