दुर्ग। विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को नया जीवन दिया है। 12 वर्षीय नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता को जानलेवा गर्भावस्था से उबरने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई है। कुछ दिनों पूर्व पुल गांव की एक नाबालिग पीड़िता दुष्कर्म के बाद गर्भवती हो गई थी जिसकी गर्भावस्था उसकी जान के लिए खतरा थी। जानकारी मिलते ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने मानवीय संवेदना दिखाते हुए तत्काल निशुल्क विधिक सहायता प्रदान की। प्राधिकरण के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क कर मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया, जिसके बाद द मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेगनेंसी एक्ट के तहत बालिका का सफलता पूर्वक चिकित्सीय गर्भपात कराया गया। इस दौरान उसके स्वास्थ्य और गोपनीयता का पूरा ध्यान रखा गया। थाना पुलगांव, मोहन नगर के पैरामेडिकल वॉलिंटियर्स ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई है।