दुर्ग में हाल ही में मासूम बच्ची के साथ हुए अमानवीय कृत्य और हत्या की हृदयविदारक घटना के विरोध में मसीही समाज के लोगों ने एकजुट होकर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। यूनाइटेड क्रिश्चियन काउंसिल के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में लोग दुर्ग शहर में एकत्र हुए और एक कैंडल मार्च का आयोजन किया। इस मौन मार्च के माध्यम से उन्होंने बच्ची को श्रद्धांजलि अर्पित की और न्याय की मांग की।
दरअसल मार्च की शुरुआत प्रार्थना के साथ हुई, जिसमें बच्ची की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक रूप से प्रार्थना की गई। मसीही समाज के लोगों ने 2 मिनट का मौन धारण कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और इस भयावह घटना के प्रति अपना रोष भी प्रकट किया। कैंडल मार्च शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरा, जिसमें युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि मासूम बच्चियों के साथ इस प्रकार की घटनाएं बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इससे समूचे समाज को झकझोरने की आवश्यकता है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई इस प्रकार की जघन्य हरकत करने से पहले सौ बार सोचे। कई वक्ताओं ने कहा कि ऐसे अपराधों के लिए फांसी की सजा ही एकमात्र उचित दंड हो सकता है।
यूनाइटेड क्रिश्चियन काउंसिल की ओर से यह भी कहा गया कि समाज में जागरूकता लाने की आवश्यकता है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं और दोषियों को जल्द से जल्द न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दी जाए।