
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच छत्तीसगढ़ के समस्त जिले में आगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका अपनी लंबित मांगों को लेकर रायपुर में दिनांक 23 जनवरी 2023 से 27 जनवरी 2023 05 दिवसीय महापड़ाव धरना प्रदर्शन करेंगी। जिसमे प्रदेश की 1.50 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका अपनी आवाज बुलन्द करेंगे।
आज इनके द्वारा दिनांक 02 जनवरी 2023 को महिला बाल विकास समस्त परियोजना में नारे बाजी आगामी प्रदर्शन की सूचना दिया गया।
आगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के द्वारा दिनांक 7 जनवरी 2023 से 22 जनवरी 2023 तक कर्तव्य अवधि में काली पट्टी और बेच लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। दिनांक 09 जनवरी 2023 को जिला मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय के समक्ष प्रभावी नारेबाजी रैली प्रदर्शन किया जायेगा जिसने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम मांगों के संबंध में ज्ञापन एवं धरना प्रदर्शन की सूचना जिला कलेक्टर दी जाएगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने बताया कि आज तक शासन के द्वारा किसी भी मांग पर कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है। सभी विभागों की मांगों को पूर्ण किया जा रहा है हमें ही अनदेखा किया जा रहा है हमें जन घोषणापत्र में लिखित भी दिया गया था कि कलेक्टर दर पर आप लोगों की जल्द से जल्द होगी लेकिन इसे भी आजतक पूरा नही किया गया। हमारी सभी बहनं निरंतर कठिनाइयों के बावजूद सभी कार्यों का पूरी ईमानदारी से निष्ठा से निर्वहन कर रही है। हमारे लिए दुख का विषय है, कि इतने संघर्ष के बाद भी शासन हमारी मांगों को पूरा नही कर रही और हमें शासन की ओर से मोबाइल में कार्य करने के लिए दबाव दिया जा रहा है। पोषण ट्रैकर एप में कार्य करने शासन द्वारा दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन उसके लिए खर्च नहीं दिया जा रहा। लेकिन फिर भी हमें उम्मीद है कि शासन जल्द हमारी मांगों को पूरा करेगी। यदि हमारी मांगों का पूरी नहीं किया जाता तो हम चरणबद्ध आंदोलन करने को विवश होंगे। हमारी टीम में संयुक्त मंच के माध्यम से छ सूत्री मांग को लेकर हम अनिश्चितकालीन आंदोलन करने को विवश होगे।
एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने तक सरकार द्वारा अपने जन घोषणापत्र में घोषित नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर वेतन तत्काल दिया जावें । आंगनबाड़ी सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर शत-प्रतिशत एवं कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद पर शत-प्रतिशत पदोन्नति दिया जाए तथा विभागीय भर्ती नियम में संशोधन किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्राइमरी स्कूल में प्राइमरी शिक्षक का दर्जा एवं वेतन दिया जाए। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आगनबाड़ी कार्यकर्ता के बराबर समान काम-समान वेतन दिया जाए, व कार्यकर्ता पद पर समाहित किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 लाख रू और सहायिकाओं को 3 लाख रू. रिटायरमेंट के बाद एकमुस्त राशि प्रदान की जाएं और मासिक पेंशन, ग्रेजुएटी, समूह बीमा योजना लागू किया जाए। प्रदेश स्तर पर आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाए। पोषण कर और अन्यकार्य के लिए जब तक मोबाइल चार्ज नहीं दिया जाता कार्य का दबाव नहीं बनाया जाए।