दुर्ग। बुधवार की सुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने शहर में छापामार की कार्रवाई की है।सुबह 6:00 बजे टीम ने मेघ गंगा ग्रुप के संचालक मनीष पारख के खंडेलवाल कॉलोनी स्थित बंगले पर दबिश दी थी। जानकारी के मुताबिक यह छापा डीएमएफ घोटाला मामले को लेकर है, ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा जांच की जा रही है इसी संबंध में टीम ने दबिश देकर यह कार्रवाई की है।
बुधवार की सुबह 6:00 बजे डीएमएफ फंड घोटाले से संबंधित जांच को लेकर आई ईओडब्ल्यू की टीम ने मेघा गंगा ग्रुप के डायरेक्टर मनीष पारख एवं उनके भाई निलेश पारख से पूछताछ की। इस टीम में एक दर्जन से अधिक अधिकारी कर्मचारी शामिल थे। टीम कार्रवाई करने के लगभग 12:00 बजे वापस चली गई। जानकारी के मुताबिक मेघा गंगा ग्रुप के अंतर्गत 10 फर्म संचालित है जिसमें लाइफ केयर, एविश एडुकाम, इमेजेस लैब, महावीर ज्वेलर्स, जयदीप गैस एजेंसी, महावीर स्कूल जैसी बड़ी फर्म शामिल है। मनीष पारख का बंगला खंडेलवाल कॉलोनी में बड़े क्षेत्र में बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि डीएमएफ मामले में धारा 7 एवं 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संशोधित अधिनियम 2018 एवं धारा 420, 120 बी, 467, 468, 471 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। 29 अक्टूबर को राज्य के विभिन्न जिलों में सक्रिय रहे फर्मो एवं उनके संचालकों के परिसरों जिसमें रायपुर में 6, दुर्ग भिलाई में दो, राजनांदगांव में पांच, धमतरी में एक इस तरह कुल 14 विभिन्न स्थानों पर ईओडब्ल्यू द्वारा छापे की कार्रवाई कर तलाशी ली गई है। तलाशी पर डिजिटल साक्ष्य, बैंक स्टेटमेंट, चल अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज के अलावा अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं जिसका परीक्षण टीम द्वारा किया जा रहा है।