निगम मुख्यालय के सामने साईं हॉस्पिटल बना सिस्टम की नाकामी का प्रतीक

दुर्ग।नगर निगम दुर्ग का भवन विभाग इन दिनों मनमानी और भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है। शहर के हर कोने में बिना अनुमति के निर्माण खुलेआम जारी हैं, मगर भवन अधिकारी सिर्फ़ नोटिस जारी कर खानापूर्ति में व्यस्त हैं। नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं और अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।
साईं हॉस्पिटल: भ्रष्ट व्यवस्था की जीती-जागती मिसाल
निगम मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित साईं हॉस्पिटल पिछले चार वर्षों से बिना अनुमति निर्माण कर रहा है। शिकायतों और नोटिसों की फाइलें निगम कार्यालय में धूल खा रही हैं, जबकि भवन अधिकारी कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साधे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, विभाग और हॉस्पिटल संचालक के बीच अंदरखाने ‘सेटलमेंट’ की चर्चा है — नोटिस दो, मगर कार्रवाई मत करो।
भवन अधिकारी पर सवालों की बौछार
शहर में जगह-जगह निर्माण नियमों की अनदेखी हो रही है। न तो नक्शे पास हो रहे हैं, न ही निरीक्षण। भवन अधिकारी पर यह गंभीर आरोप है कि वे नियमों के बजाय ‘नोटिस पॉलिटिक्स’ चला रहे हैं। जिन इमारतों पर कार्रवाई होनी चाहिए, वहां फाइलें दबा दी जाती हैं, और आम नागरिकों पर नियमों का डंडा चलाया जाता है।
जनता की उम्मीद अब निगम आयुक्त से
दुर्ग शहर की जनता अब निगम आयुक्त सुनीता अग्रवाल से उम्मीद लगाए बैठी है कि वे भवन विभाग में व्याप्त इस लापरवाही और मिलीभगत पर सख्त कार्रवाई करेंगी। लोग चाहते हैं कि जो नोटिस सिर्फ़ कागज़ पर हैं, उन्हें अब ज़मीन पर उतरते देखा जाए।
