दुर्ग। गंडई से दुर्ग आकर भटक रही मानसिक दिव्यांग युवती को सखी सेंटर में 2 दिन पूर्व 13 अक्टूबर को रखा गया था जिसे लेने के लिए बुधवार की शाम को उसके परिजन पहुंचे और युवती को अपने साथ वापस गंडई ले गए हैं। जानकारी के मुताबिक सोमवार की शाम को गंडई निवासी मानसिक विक्षिप्त 24 वर्षीय युवती कुमारी अग्नि गोंड बस में बैठकर किसी तरह दुर्ग न्यू बस स्टैंड पर पहुंची थी और वह बस स्टैंड के चेयर पर गुमसुम बैठी हुई थी। इस दौरान आसपास के लोगों ने जब उसे अकेली बैठी देखा तो उससे बात करने की कोशिश की। लेकिन युवती किसी से भी बात नहीं कर रही थी। न्यू बस स्टैंड पर कैप बेल्ट की दुकान लगाने वाले समाजसेवी शमीम कुरैशी ने अंधेरा बढ़ते देख युवती को सुरक्षित हाथों में सौंपने के उद्देश्य से सखि सेंटर की टीम को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची टीम ने उसे सखी सेंटर ले जाकर रखा दिया था। बुधवार की शाम को युवती की तलाश करते हुए उसके चाचा गंडई निवासी धरमी गोंड पहुंचे जब उन्होंने बस स्टैंड पर युवती के बारे में पूछताछ की। तब वहां पर मौजूद शमीम कुरैशी एवं नामदेव धरमी गोंड को सखी सेंटर लेकर गए और सखी सेंटर में मौजूद टीम से चर्चा कर युवती को उसके चाचा के सुपूर्द करवाया।
