दुर्ग। भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर सोमवार को बहुला चतुर्थी व्रत बड़े श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया। तमेर पारा स्थित प्राचीन सिद्धपीठ श्री किल्ला मंदिर प्रांगण में आसपास की महिलाओं ने एकत्र होकर अपने संतान की आरोग्यता, पारिवारिक सुख-समृद्धि, रोग मुक्ति, संतान सुख और सौभाग्य की कामना के साथ व्रत पूजन किया। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मयंक शर्मा ने विधिविधान से पूजा संपन्न कराते हुए बहुला चतुर्थी की कथा सुनाई।
इसी क्रम में मंदिर प्रबंधन ने जानकारी दी कि भाद्रपद कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि पर हलषष्ठी व्रत (कमरछठ) पूजन का आयोजन आगामी 14 अगस्त, गुरुवार को प्रातः 7 बजे से होगा। यह व्रत माताएं अपने पुत्रों की लंबी आयु और कल्याण के लिए रखती हैं। मान्यता है कि द्वापर युग में इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम जी का जन्म हुआ था, इसलिए इसे बलराम जयंती भी कहा जाता है।
धार्मिक आयोजनों को लेकर स्थानीय लोगों में खासा उत्साह है और मंदिर परिसर में सजावट की तैयारियां जोरों पर हैं।
📍 स्थान — प्राचीन सिद्धपीठ श्री किल्ला मंदिर, तमेर पारा, दुर्ग 🚩
