दुर्ग। बुजुर्ग महिला को डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाकर 22 लाख रुपए की ठगी करने वाले आरोपी को पद्मनाभपुर पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पुलिस अधिकारी बनकर जांच में सहयोग करने की बात कहते हुए महिला से ठगी की थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी आकाश कुमावत निवासी अजमेर राजस्थान को गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल दाखिला किया गया है।
पुलिस के मुताबिक प्रार्थिया सुभाषिनी जेम्स ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 2 जुलाई को उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आया और अपने आप को पुलिस अधिकारी बताकर खाते में हवाले की 6 करोड़ 80 लाख रुपए जमा होने की बात कही। पुलिस आपको गिरफ्तार करेगी और इन्वेस्टिगेशन के लिए तुम्हें मुंबई आना पड़ेगा। यह सुनकर प्रार्थिया डर गई और मुंबई नहीं आऊंगी कहा। इस पर आरोपी ने झांसे में लेकर कहा कि वह आपकी सहायता करेगा। उसके झांसे में आकर महिला ने आरटीजीएस के माध्यम से 22 लाख रुपए का ट्रांसफर अलग-अलग किस्तों में किया था। इसकी जानकारी उसने अपने बहन के लड़के प्रतुल दास को फोन पर बताई, तब उसे पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 318( 4) के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया था। खाता धारक ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने इंडसइंड बैंक अजमेर रोड जिला ब्यावर में खाता खोला और सिम कार्ड को खरीद कर आकाश एवं राहुल को दे दिया था। आकाश के द्वारा पूरे चेक में हस्ताक्षर कराकर रखना बताया, जिससे 22 लाख रुपए का लेनदेन किए थे।