दुर्ग के शांति नगर वार्ड 17 और 18 में स्थित एक बड़े तालाब की स्थिति बदहाल हो गई थी प्रदूषित तालाब में हजारों मछलियाँ और जलीय जीव मर गए हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वार्ड पार्षद द्वारा तालाब में खरपतवार नाशक रसायन डाला गया, जिसके कारण जलीय जीवों और पक्षियों की मौत हुई।
लगभग 10 एकड़ में फैला यह तालाब आज भी वार्डवासियों के लिए महत्वपूर्ण है, जहाँ लोग नहाने आते हैं, खासकर मृत्यु से संबंधित रीति-रिवाजों के दौरान इसका महत्व और बढ़ जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दो दिन पहले अचानक तालाब में मछलियाँ मरने लगीं, और धीरे-धीरे बदबू पूरे क्षेत्र में फैल गई, जिससे लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई। पूछताछ पर लोगों ने बताया कि पार्षद द्वारा तालाब में जलकुंभी और अन्य खरपतवार साफ करने के लिए रसायन डाला गया, जिसके कारण यह हादसा हुआ।

वहीं, निगम पूर्व महापौर धीरज बाकलीवाल का कहना है कि उन्होंने कई तालाबों में रसायन डलवाए हैं, लेकिन कहीं भी ऐसा दुष्प्रभाव नहीं देखा गया। इस मामले में उन्होंने जांच कराने के लिए दुर्ग कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन सौंप एफ आई आर की मांग की ,मामले को संज्ञान में लेते हुई मोहन नगर थाना में मामला दर्ज किया गया।
