भिलाई।दि बुद्धिष्ट प्रचारक विंग और बौद्ध समाज द्वारा डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर सांस्कृतिक भवन से.6 भिलाई में आयोजित प्रवज्या संस्कार शिविर में 35 बालक/बालिकाओं ने भिक्खु डॉ वेनरेबल शिलरत्न बोधि जी और पूज्य भिक्खु बुद्घघोष बोधि के सान्निध्य में छः दिवसीय प्रशिक्षण लिया और 13 मई को पंच भिक्खु संघ में पूज्य भंते डॉ शिलरत्न बोधि पूज्य भंते बुद्धघोष बोधि,पूज्य भंते धम्म शिखर,पूज्य भंते धम्मतप और श्रामनेर धम्म प्रकाश की उपस्थिति में शिविर का समापन हुआ। पूज्य भिक्खु शिलरत्न ने उपस्थित बौद्ध उपासक/उपासिकाओ को त्रिशरण पंचशील देकर समारोह का प्रारंभ किया। प्रवज्जित सामनेर/सामनेरी ने छः दिवसीय प्रशिक्षण में जो सीखा उसे अपने मनोगत में प्रस्तुत किए । बच्चों ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि हमने यहां आकर सीखा कि मानवतादी बुद्ध का धम्म सभी प्राणियों पर मैत्री करना सिखाता है।बच्चों ने सीखा कि संसार में चार प्रकार के मनुष्य होते है। प्रशिक्षण शिविर में व्यवस्थाप्रमुख जयश्री बौद्ध , सविता बौद्ध और उनके सहयोगी रहें सरोज बौद्ध,विजिया बौद्ध,अल्का बौद्ध रविंद्र लता गाडगे ,वंदना शिवचरण पंतावने,सुदेश रामटेके,कमलराज मेश्राम,सविता मेश्राम,अरविंद चौधरी,अनिल जोग,महेंद्र बौद्ध,भूपत बोरकर ,सुनंदा गजभिए,गौतम खोबरागड़े,मूलचंद आरती गड़पायले, प्रदीप सोमकुवर,जे डी जामभूलकर,सुभाष बसोडकर,शालू दामले,पूनम ढोक ,कुसुमगजभिए,,ज्योत्सना मेश्राम,किरण सहित अनेक लोग मौजूद थे।