
दुर्ग कलेक्टर के निर्देश के बाद जिला अस्पताल परिसर में हुए अवैध कब्जे को हटाया गया इस दौरान दुर्ग नगर निगम की अतिक्रमण विभाग ने आज परिसर से सारा कब्जा हटाकर कर सामान को जब्त किया

दुर्ग नगर निगम द्वारा शनिवार को जिला कलेक्टर के निर्देश और सिविल सर्जन अस्पताल अधीक्षक द्वारा निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर को लिखित में आवेदन पत्र में मांग की गई थी जिसमे अस्पताल परिसर में हुए अवैध कब्जों को हटाए जाने की बात कही गई थी।
गौर तलब है की अस्पताल का विगत दिनों दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा के जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण के दौरान अवैध रूप से रखें अतिक्रमण को हटाने के लिए निर्देश दिये गए थे जिसके चकते आज आयुक्त लोकेश चन्द्राकर स्वयं खड़े रहकर अस्पताल परिसर अंतर्गत मातृ शिशु भवन एवं जीएनएम नर्सिंग भवन के बीच के क्षेत्र की बाउंड्री वाल टूटी हुई है जिसे पक्की दिवार बनाकर स्थाई रूप से बंद किया जाना है और परिसर के अंदर एवं बाउंड्रीवाल के आस पास के क्षेत्र विशेषकर दुर्गा मंदिर के आसपास के क्षेत्र के सभी अवैध कब्जे को हटाया गया। इसके साथ ही अन्य जगहों पर भी दुर्ग निगम ने करवाई कर अवैध कब्जा हटाया साथ ही सामानों की जब्ती भी बनाई इस दौरान मौके पर भवन अधिकारी गिरीश दीवान,बाजार अधिकारी जावेद अली,अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता,भवन निरीक्षक विनोद माझी,थानसिंग यादव सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे । इस संबंध में दुर्ग जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर अरुण साहू ने अपनी जानकारी दी
सिविल सर्जन डॉ अरुण साहू
अवैध कार्रवाई हटाए जाने के दौरान कोई भी अधिकारी मीडिया को जानकारी देने से बचते रहे,,,जब फील्ड पर ही मौजूद अधिकारी अपने द्वारा किए जा रहे कार्य को बता नही पा रहा तो घटना क्रम की जानकारी आखिर कौन देगा क्या दुर्ग निगम के अधिकारी किसी का दबाव नहीं लेना चाहते ???