अंतर्राष्ट्रीय पर्वतारोही छत्तीसगढ़ की लाडली बेटी जैन समाज का गौरव सुश्री याशी जैन वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ एवं सकल दिगंबर जैन समाज के आमंत्रण पर अपने पिता अखिलेश जैन जी के साथ एक दिवसीय प्रवास पर दुर्ग आवागमन हुआ जहां जैन समाज के सदस्यों ने हर्ष हर्ष और उल्लास के वातावरण में यशी जैन का अभूतपूर्व स्वागत किया जिससे अभिभूत होकर उन्होंने जैन समाज की युवा पीढ़ी को शिक्षा चिकित्सा खेलकूद एवं अलग-अलग क्षेत्र में जैन समाज के प्रतिभावान आगे बढ़कर जैन समाज का नाम रोशन करें उन्होंने कहा 13 साल की अथक मेहनत के पश्चात माउंट एवरेस्ट में फतह प्राप्त करने का मेरा या सपना पूरा हुआ है जिसमें मेरे माता-पिता धर्म गुरु के विशेष आशीर्वाद, मार्गदर्शन एवं नवकार महामंत्र की दिव्य ऊर्जा से से यह मुकाम में हासिल कर पाई हूं मैं युवा पीढ़ी से आवाहन करना चाहती हूं केवल शिक्षा को ही अपने जीवन का उद्देश्य ना बनाएं अपनी रुचि और योग्यता के अनुरूप अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसे लक्ष्य की ओर बिना किसी नकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करें सफलता आपके कदम चूमेगी
शीतल मुनि ने ली यानी से माउंट एवरेस्ट में बिताए दिनों की जानकारी
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गुरुदेव शीतल मुनि का सानिध्य पाने जब जब याशी एवं उनके पिता ने शीतल मुनि जी महाराज से चर्चा प्रारंभ की तब शीतल मुनि ने रुचि लेते हुए एक के बाद एक घटनाक्रम की सारगर्भित जानकारी ली और याशी जैन को हर मार्ग में सफलता मिले ऐसा अपना आशीर्वाद प्रदान किया
याशी एवं अखिलेश जैन का अभिनंदन
जय आनंद मधुकर रतन भवन में आध्यात्मिक वातावरण में याशी का स्वागत अभिनंदन वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक श्रमण संघ, एवं शीतल छाया वर्षावास समिति ने मिलकर किया सुश्री याशी का स्वागत अभिनंदन तप सिधिका श्रीमती किरण देवी संचेती श्रीमती रेना पारख ने किया इस अवसर पर एवंता छाजेड़ सुरेश लुनिया नरेंद्र चोपड़ा किशोर बाघमार बंटी संचेती संदीप बोथरा राजेश कटारिया सुनील बेगानी विशेष रूप से उपस्थित थे
