दुर्ग/निशांत ताम्रकार/हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन चलाएंगे ‘हलाल मुक्त छत्तीसगढ़’ अभियान ! कई भारत में हेतु “हलाल प्रमाणित उत्पाद मंगाए जा रहे हैं। मुसलमान अन्य आवश्यक होते हुए भी प्रत्येक उत्पाद के लिए 47 हजार देकर यह लेना पड़ रहा है। अब यह संकल्पना केवल मांस एवं इस्लामिक देशों में उत्पाद निर्यात करने तक ही मर्यादित थी। अब देश के सभी उत्पाद जैसे शक्कर, तेल, आटा, चॉकलेट, मिठाई, सौंदर्य प्रसाधन, दवाइयां आदि सभी हलाल प्रमाणित होने लगे है। भारत सरकार द्वारा अधिकृत PSSI एवं FDI जैसी संस्थाएं होते हुए अलग से हलाल प्रमाणीकरण की आवश्यकता हो क्या? आज मैकडोनाल्ड, केएफसी, बर्गर किंग, पिज्जा हट आदि प्रसिद्ध विदेशी कंपनिया हिंदू जैन सिख आदि मुस्लिम समाज की हलाल खाद्य पदार्थ बेच रही है। भारत के मात्र 15 प्रतिशत मुस्लिम समाज के लिए 85 प्रतिशत हिंदू एवं समाजात उत्पाद थोपे जाना आगे से सहन नहीं करेंगे। एक और भारत धर्मनिरपेक्ष है कहते दूसरी और धार्मिक आधार पर नित्य उपयोग की वस्तुएं इस्लाम प्रमाणित की जा रही है। इस अघोषित लाल सक्ति के विरुद्ध छत्तिसग’ यह अभियान हिंदू जनजागृति समिति सभी संगठनों के साथ मिलकर हर जिले में व्यापक तौर पर चलने की घोषणा यहा श्री सुनील घनवटी ने की।
इस समय हिंदुत्वनिषठ बजरंगी रतन यादव, मिशन सनातन के अध्यक्ष मदनमोहन उपाध्याय, गोरक्षक अंकित द्विवेदी भी उपस्थित थे। मां छोड़कर सरकारी अनुमति बिना चलाई जा रही हलाल प्रमाणीकरण व्यवस्था तत्काल प्रभाव से बंद की जाएं यह मांग हम कर रहे हैं। इस अभियान के अंतर्गत पूरे राज्य में जगह जगह आंदोलन, हलाल सक्ति विरोधी परिषदों का आयोजन, पत्रक बितरण, व्यापारी बंधुओंकी बैठके इसके साथ ऑनलाइन अभियान एवं सोशल मीडिया के द्वारा व्यापक स्तर पर जनजागृति की जाने वाली है ऐसा श्री सुनील घनवट जी ने बताया
हल्दीराम, हिमालय, नेस्ले आदि अनेक कंपनिया उनके शाकाहारी उत्पादभी हलाल प्रमाणित कर बेच रही है। ‘हलाल’ हिंदुओं पर क्यों थोपा जा रहा है ? क्या हिंदुओंकी देश में खाने तक की स्वतंत्रता नहीं है ? इसलिए हिंदू समाज हलाल प्रमाणित उत्पाद न खरीदे और हलाल मुक्त उत्तिसग इस अभियान में सहभागी होकर अपना राष्ट्र कर्तव्य निभाएँ, जिस तरह हमने चीनी उत्पादोंका सफलतापूर्वक बहिष्कार किया था उसी तरह हलाल अर्थव्यवस्था का विरोध करें ऐसा आवाहन समिति की और से सुनील घनवट, रतन यादव ने किया।