दुर्ग में शिक्षक बने हर्बल गुरू, शिक्षा की कीमत पर फिटनेस का फार्मूला

दुर्ग। शिक्षा विभाग की छवि पर धब्बा लगाने वाली एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जिले के कई शिक्षक इन दिनों स्कूल की जिम्मेदारियों से इतर हर्बल प्रोडक्ट्स और फिटनेस फार्मूला बेचने के धंधे में मशगूल पाए गए हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, कुछ शिक्षक स्कूल समय में ही हर्बल लाइफ से जुड़े ऑनलाइन सेशन और नेटवर्किंग मीटिंग में भाग ले रहे हैं। यहां तक कि विद्यालय परिसर से ही इन उत्पादों की सदस्यता दिलाने और वजन घटाने के फार्मूले पर सलाह देने की शिकायतें मिली हैं।

शिक्षा विभाग का मानना है कि इस प्रकार का व्यवहार न केवल सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 का उल्लंघन है, बल्कि छात्रों की पढ़ाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शिक्षण कार्य बाधित होने से छात्र हित प्रभावित हो रहा है और समाज में शिक्षकों की नकारात्मक छवि बन रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यदि किसी विद्यालय में इस तरह की गतिविधि में संलग्न शिक्षक पाए जाते हैं, तो संबंधित शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं, यदि समय रहते प्रबंधन स्तर से भी जानकारी नहीं दी जाती है, तो संस्थान प्रमुख के विरुद्ध भी कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।

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