दुर्ग शहर में अपराध की बढ़ती घटनाएं लोगों की परेशानी बढ़ा रही हैं, और इसका प्रमुख कारण रात में पुलिस पेट्रोलिंग की विफलता है। अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि पुलिस उनके सामने बेबस है। हाल के दिनों में हुई कई सनसनीखेज घटनाओं ने शहरवासियों में दहशत पैदा कर दी है।
सनसनीखेज अपराधों की श्रृंखला:

- शराब भट्टी में लाखों की चोरी: देर रात अज्ञात चोरों ने शराब भट्टी के गल्ले से लाखों रुपये लूट लिए। पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला।

- गंजपारा में ज्वेलर्स के साथ ठगी: शक्तिचौरा में सोना चमकाने के बहाने अज्ञात आरोपियों ने ज्वेलर्स का कीमती सामान लेकर फरार हो गए।

- दिनदहाड़े ज्वेलरी शॉप लूट: गया नगर में ज्वेलर्स की दुकान से 10 बेशकीमती अंगूठियां चोरी हो गईं, और अपराधी दिन के उजाले में ही फरार हो गए।

- गंजपारा में 18 लाख की डकैती: एक और सनसनीखेज वारदात में, गंजपारा में दिनदहाड़े 18 लाख रुपये की चोरी ने पुलिस की नाकामी को उजागर किया।

- महावीर कॉलोनी में रात 3 बजे चोरी: बाथरूप में सुनसान मकान का दरवाजा तोड़कर चोरों ने लाखों की संपत्ति पर हाथ साफ किया।

- कांग्रेस भवन के पास चेन स्नैचिंग: एक अज्ञात आरोपी ने दिनदहाड़े एक महिला की सोने की चेन छीनकर फरार हो गया।

- दादी-पोती हत्याकांड में पुलिस नाकाम: शहर में हुए चर्चित दादी-पोती हत्याकांड में पुलिस अब तक कोई ठोस सुराग नहीं जुटा सकी।

- पद्मनाभपुर में डॉक्टर के घर डकैती: एक डॉक्टर के घर से लाखों रुपये की चोरी के बाद अपराधी बिना किसी डर के फरार हो गए।
पुलिसिंग की विफलता?, शहर में दहशत!:-
इन घटनाओं से साफ है कि दुर्ग में अपराध बेकाबू हो रहा है। रात में पेट्रोलिंग की कमी के चलते अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। शहरवासियों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है, और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।

सुधार की जरूरत:
पुलिस विभाग को तत्काल अपनी पेट्रोलिंग व्यवस्था को मजबूत करना होगा। रात में गश्त बढ़ाने, संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। साथ ही, शहरवासियों को भी जागरूक रहकर पुलिस का सहयोग करना होगा।
