दुर्ग में आपातकाल की 50वीं बरसी के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा संविधान हत्या दिवस के रूप में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन में तिरंगा यात्रा, फोटो प्रदर्शनी, फिल्म प्रदर्शन और लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान जैसी कई गतिविधियाँ आयोजित की गईं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग सांसद विजय बघेल उपस्थित रहे।लेकिन इस आयोजन को लेकर कांग्रेस पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई और कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक अरुण वोरा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना देकर प्रशासन पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
दुर्ग कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मीसाबंदियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। सांसद विजय बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर सबसे काला धब्बा था, जिसे याद करना आवश्यक है ताकि नई पीढ़ी लोकतंत्र की कीमत को समझ सके। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पद का दुरुपयोग करते हुए आपातकाल लागू किया, जिससे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था ठप हो गई थी। उन्होंने तिरंगा यात्रा को बच्चों और युवाओं को संविधान, स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने का माध्यम बताया। इस कार्यक्रम में दुर्ग सांसद विजय बघेल के साथ दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, कलेक्टर अभिजीत सिंह, एसपी विजय अग्रवाल सहित भाजपा कार्यकर्ता और जिला प्रशासन के अधिकारी भी शामिल हुए।
हालांकि इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने तीखी आपत्ति जताई। दुर्ग शहर के पूर्व विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण वोरा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन सत्ता पक्ष की विचारधारा को बढ़ावा देने का कार्य कर रहा है। अरुण वोरा ने कहा कि आपातकाल का मूल्यांकन राजनीतिक दल कर सकते हैं, लेकिन प्रशासन का इस तरह के विवादास्पद शब्दों जैसे संविधान हत्या दिवस का उपयोग करना अनुचित है और यह लोकतंत्र के मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने कार्यक्रम को भाजपा की लाइन पर चलने का प्रतीक बताया और जिला प्रशासन से माफी की मांग की।इस आयोजन ने जहां लोकतंत्र की चेतना को जागृत करने का संदेश दिया, वहीं इसे लेकर राजनीतिक विवाद भी खड़ा हो गया।