युवक को बंधक बनाकर गली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ हुई शिकायत

युवक को बंधक बनाकर गली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ प्रार्थी ने शिकायत दर्ज कराई है। खुर्सीपार पुलिस ने प्रार्थी हरीश कुमार सोनी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा 127(2), 140(4) के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया है।
पुलिस ने बताया कि श्रमिक नगर छावनी शनि मंदिर के पास थाना जामुल निवासी प्रार्थी हरीश कुमार सोनी ने शिकायत दर्ज कराई है कि उज्जवल सिंह, इंद्रजीत उर्फ टकली,शुभम सिंह एवं उसका एक अन्य साथी ने एक राय होकर उसका अपहरण किया और 21 मई से लेकर 23 मई तक बंधक बनाकर गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर मारपीट करते रहे। प्रार्थी ने बताया कि पूर्व में वह अपने पुराने मालिक उज्जवल सिंह जो नवातरिया जामुल में रहता है उसके पास आरा मिल में सुपरवाइजर का वह काम करता था। वर्तमान में वह हरीश शुक्ला के कुम्हारी स्थित आरा मिल में सुपरवाइजर का काम करता है। 21 मई को उज्जवल सिंह ने कहा कि जो तेरा पेमेंट बचा हुआ है तू कैनाल रोड में टकली के घर के पास खुर्सी पार में आकर मिल और अपना पेमेंट ले जा। इस पर प्रार्थी हरीश सोनी कैनाल रोड तेलघानी किराना स्टोर के पास खुर्सीपार पहुंचा। वहां पर उज्जवल सिंह पहले से अपनी काले रंग की स्विफ्ट डिजायर कार में बैठा हुआ था जिसे शुभम सिंह चला रहा था और बाजू में उज्जवल सिंह बैठा हुआ था। पीछे में इंद्रजीत उर्फ टकली और उसके अन्य साथी बैठे थे। जब प्रार्थी कार के पास गया तो उज्जवल सिंह ने उसे कार में बैठने के लिए कहा। इसके बाद आरोपियों ने एक नया मकान बन रहा था वहां उसे लेकर गए। निर्माणाधीन मकान के पहले मंजिल पर बने कमरे में ले जाने के बाद उज्जवल सिंह प्रार्थी को बोला कि तू मेरे नशे के कार्य को जानता है मेरी मुखबिरी किया है। हम लोग तेरा अपहरण किए हैं और तुझे इसका अंजाम भुगतना होगा। इसके बाद उज्जवल सिंह ने टकली एवं अन्य लोगों को बोला कि रात भर इसको पीटो अगर भागने की कोशिश करता है तो बिना सोचे इसकी हालत खराब कर देना। यह बोलकर वह वहां से चला गया। उन लोगों ने प्रार्थी का मोबाइल और आधार कार्ड को मांग कर पलंग की गादी के नीचे रख दिया था। रात भर आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। बीच-बीच में उज्जवल सिंह वीडियो कॉल कर लड़कों को बोलना था कि तुम लोग इसको पीटते रहो और मुझे मोबाइल पर दिखाते रहो। इसके बाद आरोपियों ने नशे का इंजेक्शन उसे लगाए और रस्सी से बांधकर सो गए। दूसरे दिन उसे घर से निकाल कर स्विफ्ट कार में बैठाकर शुभम सिंह उसे खुर्सी पार अपने घर तक लेकर आया और वहां से शुभम कार से उतरकर अपने घर चला गया। इसके बाद दूसरी कार में प्रार्थी को बैठाकर उसे उज्जवल के सुरडुंग वाले फार्म हाउस लेकर गए। वहां पर फार्म हाउस के कमरे में ले जाकर रात भर उसे हाथ मुक्के से मारते रहे वहीं गैस चूल्हे के रबर पाइप से भी मारपीट किए। बीच-बीच में उज्जवल सिंह वीडियो कॉल करके देखते रहता था कि उसकी पिटाई की जा रही है कि नहीं। 23 मई को दोपहर में मौका पाकर प्रार्थी वहां से भाग निकला और सुरडुंग गांव के पास एक खेत में छुपा हुआ था। कुछ देर बाद उज्जवल उसे खोजते हुए आया और खेत में उसे देखकर पकड़ लिया। इसके बाद उसके साथ फिर मारपीट की गई। कुछ देर बाद सभी लोग सुपरवाइजर सतीश पटेल के भरोसे उसे फार्म हाउस में छोड़कर कहीं चले गए। उनके जाने के बाद सुपरवाइजर सतीश पटेल से उसने अपना मोबाइल मांगा और मदद करने की गुहार लगाई। इस पर उसने मोबाइल दे दिया। तब प्रार्थी ने अपने भाई सतीश सोनी को फोन कर घटना की जानकारी दी।

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