छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में शामिल हुए महापौर नीरज पाल, दुर्ग संभाग से आए ढाई हजार खिलाड़ियों का बढ़ाया हौंसला,

भिलाई //छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में खेले जाने वाले सभी खेल हम सब बचपन में बहुत खेले हैं। आज के दौर के बच्चे इसे भूल गए थे। जिसे वापस याद दिलाया गया है। बाटी, भौरा से लेकर रस्सीखींच और भी बहुत सारे खेल जो अब प्रचलित में है। आने वाले वर्ष में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को लेकर और भी क्रेज बढ़ जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का आभार। उन्होंने हमारे पुराने खेल को वापस जिंदा कर दिया। वापस लोगों को खेलने के लिए आकर्षित कर दिया गया।ये बातें मंगलवार को दुर्ग संभागस्तरीय आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में भिलाई निगम महापौर नीरज पाल ने कही। महापौर नीरज बतौर अतिथि दुर्ग संभागस्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में शामिल हुए। दुर्ग संभागायुक्त महादेव कावरे ने उन्हें स्मृति चिन्ह भी भेंट किया और आयोजन को सफल बनाने के लिए बधाई दी।आपको बता दें कि, उद्घाटन समारोह के अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया गया और उन्हें राज्य स्तर पर दुर्ग संभाग का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रेरित भी किया गया है। इस अवसर पर दुर्ग शहरी क्षेत्र विधायक अरूण वोरा ने खेल को मानव संस्कृती व सभ्यता का अभिन्न अंग बताया। जिसके संरक्षण का प्रयास राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट स्तर पर किया जा रहा है। आज युवा पिट्टूल, संखली और रस्साकसी जैसे खेलों से परिचित हो रहे हैं और छत्तीसगढ़ संस्कृती के साथ जुड़ रहे है।कार्यक्रम में संभागायुक्त महादेव कावरे की उपस्थित थे। उन्होने अपने वक्तव्य में उपस्थित प्रतिभागियो को खेल भावना के साथ प्रतियोगिता का आनंद लेने की बात कही। कार्यक्रम में महापौर नीरज पाल के अलावा शालिनी यादव अध्यक्ष जिला पंचायत, धीरज बाकलीवाल महापौर नगर निगम दुर्ग, निर्मल कोसरे महापौर नगर पालिका भिलाई चरौदा, रोहित व्यास आयुक्त नगर निगम भिलाई, अश्वनी देवांगन सीईओ जिला पंचायत, अभय जायसवाल जिला शिक्षा अधिकारी, विलियम लकड़ा जिला खेल अधिकारी व अन्य प्रतिनिधी और अधिकारीगण उपस्थित थे।

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