दुर्ग। केंद्रीय जेल में निरुद्ध एक कैदी के साथ मारपीट न करने के एवज में जेल में बंद कैदियों के द्वारा मोबाइल पर कॉल करके रकम की मांग की गई। प्रार्थी ने अपने दोस्त पुष्पेंद्र पटेल को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से यूपीआई के माध्यम से 500 रुपए दिए। तब आरोपियों ने फिर से जेल अनिरुद्ध पुष्पेंद्र पटेल को सुरक्षा देने की बात कह कर 100000 रुपए की मांग की। जब प्रार्थी ने असहमता बताई तब कैदियों द्वारा पुष्पेंद्र पटेल के साथ मारपीट , अभद्र व्यवहार किया जाने लगा। प्रार्थी की शिकायत पर पद्मनाभपुर पुलिस ने मोबाइल धारक किसी इजराइल कुमार के खिलाफ धारा 308(2) के तहत अपराध दर्ज कर जांच में लिया है।
पुलिस ने बताया कि प्रार्थी हनुमान नायक उर्फ हनु 28 वर्ष निवासी मरोदा टैंक मार्केट लाइन थाना नेवई निवासी है। उसका दोस्त पुष्पेंद्र कुमार पटेल जनवरी 2025 से केंद्रीय जेल दुर्ग में निरुद्ध है जिसे जेल में निरूद्ध अन्य कैदियों द्वारा मारपीट गाली गलौज कर प्रताड़ित किया जा रहा है। प्रार्थी ने शिकायत में बताया कि 24 मार्च की शाम को केंद्रीय जेल दुर्ग से मोबाइल नंबर से फोन आया और बोला कि पुष्पेंद्र पटेल को मारपीट से बचाना है तो रुपया भेजो नहीं तो इस जेल के अंदर उसे जान से खत्म कर देंगे। इस पर प्रार्थी ने कहा कि मैं तुम्हें रुपए भेजता हूं,पुष्पेंद्र के साथ मारपीट मत करना। इस पर मोबाइल करने वाले व्यक्ति ने फोन पे नंबर भेजा जिसमें प्रार्थी ने 25 मार्च को ऑनलाइन यूपीआई ट्रांजैक्शन से 500 रुपए भेजा। ट्रांजैक्शन में मोबाइल धारक का नाम इजराइल कुमार उल्लेखित था। उसके पास से 28 मार्च, 29 मार्च एवं 30 मार्च को एक मोबाइल नंबर से लगातार फोन करके हनुमान नायक से100000 रुपए की मांग की गई। उसे यूपीआई के लिए अलग-अलग मोबाइल नंबर देकर रुपया डालने का दबाव डाला गया। इसी बीच जब प्रार्थी इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थ रहा तो पुष्पेंद्र पटेल के साथ जेल के भीतर मारपीट, अभद्र व्यवहार किया जाने लगा। ताकि ने शिकायत में बताया कि केंद्रीय जेल दुर्ग में अन्य कैदियों के साथ भी मारपीट, अभद्र व्यवहार किया जा रहा है वहीं सुविधा उपलब्ध कराने के नाम पर कैदियों के परिजनों से पैसों की उगाई की जा रही है। इस संबंध में जब जेल अधीक्षक मनीष संभाकर से फोन पर चर्चा करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।