
भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई में सुपेला प्राइमरी स्कूल आजादी के पहले का स्कूल है। साल 1919 का बना यह स्कूल भवन पूरी तरह से जर्जर हो गया है। हालत यह है कि स्कूल की छत का प्लास्टर गिर रहा है। दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। स्कूल भवन ढह न जाए इस डर से प्राइमरी की क्लासेज मिडिल स्कूल भवन में लगानी पड़ रही हैं।
स्कूल की प्रधान पाठक रीतु बेलचंदन ने बताया कि उन्होंने पालक संघ की बैठक में कई बार स्कूल के मरम्मत की मांग रखी है। इतना ही नहीं स्कूल भवन को डिस्मेंटल करके नया भवन बनाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सहित निगम के अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके हैं। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया जा राह है। कुछ महीने पहले छत का प्लास्टर गिरने से टीचर काफी डर गए हैं। कोई बड़ी अनहोनी न हो जाए इसके लिए सामने स्थित मिडिल स्कूल का भवन लेकर वहां क्लास लगाई जा रही है।
करोड़ों का शिक्षा कर लेने के बाद भी विकास नहीं
वार्ड के पार्षद भोजराज भोजू का कहना है कि ये स्कूल एक साल पहले मेरे वार्ड में आया है। उसके पहले से मैं इस स्कूल पर ध्यान देता आया हूं। नगर निगम लाखों का शिक्षा कर तो ले रहा है, लेकिन उससे स्कूल के भवन का विकास नहीं कर रहा है। मैं पहले भी सामान्य सभा में इसका मुद्दा उठाया और आगे भी उठाऊंगा।
डिस्मेंटल करके बनेगा नया भवन
जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल ने बताया कि स्कूल की हालत काफी जर्जर है। उसे डिस्मेंटल करने के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। वहां से अनुमति मिलते ही नया भवन बनाया जाएगा।