छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य सेवा में क्रांति लाने के लिए तैयार: श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री

छत्तीसगढ़ में हेल्थकेयर इनोवेशन पर दूसरी गोलमेज चर्चा का आयोजन आईआईटी भिलाई और संस्थान की सेक्शन-8 कंपनी आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन (आईबीआईटीएफ)- द्वारा आयोजित किया गया। इस आयोजन में एम्स रायपुर, आईआईएम रायपुर और एनआईटी रायपुर का पूर्ण सहयोग रहा। इसमें स्टैनफोर्ड बायोडिजाइन द्वारा सुविधा प्रदान की गई। इस सत्र का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा की वर्तमान स्थिति, सरकारी नीतियों के प्रभाव, स्वास्थ्य सेवा के आधारभूत संरचना, तकनीकी प्रगति, सामुदायिक भागीदारी और छत्तीसगढ़ के लिए वित्तीय सहायता सम्बन्धी रणनीतियों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करना था।

सत्र की शुरुआत आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के सी.ई.ओ. प्रशांत माथुर के संबोधन के साथ हुई, जिसमें इस आयोजन के उद्देश्यों और महत्व पर प्रकाश डाला गया।

इस कार्यक्रम के आयोजन में आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश का पूर्ण सहयोग रहा उन्होंने अपने संबोधन के दौरान गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में छोटे दवा कंटेनरों को पहुंचाने के लिए ड्रोन टैक्सी तकनीक में प्रगति के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा ऐप तकनीकों के विकास पर जोर दिया।

इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध संस्थानों, अस्पतालों और विभिन्न उद्योगों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे और विचार-मंथन सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने राज्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की और उनके निराकरण के लिए संभावित समाधानों की खोज की।

छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री जायसवाल ने जोर देकर कहा कि स्वास्थ्य एक आजीवन चिंता का विषय है, और सच्चा स्वास्थ्य केवल बीमारियों का इलाज करना नहीं है, बल्कि उन्हें पूरी तरह से रोकना है। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि युवा पीढ़ी को शादी से पहले आनुवंशिक अनुकूलता पर भी विचार करना चाहिए, जिसका उद्देश्य सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारियों को पूरी तरह से खत्म करना है।

तकनीकी प्रगति पर प्रकाश डालते हुए, श्री जायसवाल ने अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज द्वारा दवा वितरण के लिए ड्रोन के उपयोग के बारे में बताते हुए दूरस्थ स्वास्थ्य सेवा में एक अग्रणी उदाहरण के रूप में उद्धृत किया। उन्होंने अग्रणी संस्थानों से स्वास्थ्य सेवा में नवाचार करने का आग्रह किया, ऐसे प्रयासों के लिए पूर्ण सरकारी सहयोग का आश्वासन दिया और उल्लेख किया कि राज्य सरकार सक्रिय रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ा रही है। इस पहल में रायपुर और बिलासपुर में 700 बेड के अस्पतालों के साथ-साथ बस्तर और सरगुजा में सुपर-स्पेशिलिटी अस्पतालों के निर्माण की योजना शामिल है।

अन्य प्रमुख वक्ताओं में, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. धीरेन्द्र तिवारी ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा चुनौतियों पर प्रकाश डाला, समान स्वास्थ्य सेवा पहुंच सुनिश्चित करने और व्यापक आधारभूत संरचनाओ और कौशल विकास उन्नयन का समर्थन करने के लिए तकनीकों को उन्नत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

एम्स रायपुर के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में विशेष रूप से अनूठी चुनौतियों वाले स्वास्थ्य सेवा वितरण और परिणामों को बदलने में नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की विविध और दूरदराज में रहने वाली आबादी के लिए अनुरूप स्वास्थ्य सेवा समाधानों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, सेवा में सुधार के लिए उपकरण, प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जैसे फ्रंटलाइन हेल्थकेयर कार्यकर्ताओं को सशक्त बनाने के महत्व पर जोर दिया।

एनआईटी रायपुर के निदेशक प्रोफेसर एन.वी. रमना राव ने स्वास्थ्य सेवा में सहयोग के महत्व का प्रतिध्वनित किया, विशेष रूप से एम्बुलेटरी मोनिटरिंग टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने में।

आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो राम कुमार काकानी ने, 18 अप्रैल 2024 को आईआईएम रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ में हेल्थकेयर इनोवेशन पर पहली गोलमेज चर्चा के सारांश को संक्षेप में बताया और माननीय मंत्री श्री जायसवाल जी को इस दूसरे कॉन्क्लेव में भाग लेने का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए धन्यवाद दिया।

प्रोफेसर अनुराग मैराल, ग्लोबल आउटरीच प्रोग्राम के निदेशक, स्टैनफोर्ड बायर सेंटर फॉर बायोडिजाइन, और स्टैनफोर्ड बायोडिजाइन की पूर्व छात्रा डॉ. मेघा अग्रवाल ने विचार-मंथन सत्रों का अवसर प्रदान किया और कहा कि इस महत्वाकांक्षी पहल के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ हेल्थकेयर इनोवेशन समुदाय के साथ काम करेंगे।

आईबीआईटीएफ के सीईओ प्रशांत माथुर ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ सत्र का समापन किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *