दुर्ग में श्री किल्ला मंदिर तमेर पारा द्वारा विगत लगभग 105 वर्षों से विशेष रथ तैयार कर भगवान जगन्नाथ,बलभद्र एवं बहन सुभद्रा को विराजित कर शहर भ्रमण कराया जाता है जिसको लेकर मंदिर समिति ने इस बार भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है…

प्राचीन सिद्धपीठ श्रीकिल्ला मंदिर लोक न्यास समिति द्वारा प्राचीन परंपरा निभाते हुए प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी बड़े ही धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाले जाने को लेकर अपनी अंतिम तैयारी में जुटे हुए है आपको बता दे की 7 जुलाई को आयोजित इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ,बलभद्र एवं बहन सुभद्रा को विराजित कर शहर भ्रमण कराया जाएगा।इस दौरान पूरे रास्ते में भक्तों को गजामूंग का प्रसाद भी वितरित किया जाता है।

इस अवसर को लेकर मंदिर लोक न्यास समिति के सचिव शंकर लाल ताम्रकार ने बताया की उत्सव है तो आनंद है,,,जो हमारी संस्कृति है कि विभिन्न उत्सव मनाने की। ऐसा ही एक उत्सव (रथयात्रा) जो दुर्ग के तमेर पारा में मनाया जाता है जिसे यहां रथदुतिया भी कहा जाता है।

आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष द्वितीय तिथि में रथ यात्रा पूरे विश्व में पूरे उत्साह, उमंग से निकाला जाता है। 15 दिवस के विश्राम करने के पश्चात् भक्तजनों से कुशलक्षेम पूछने भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम व बहन सुभद्रा के साथ रथ पर विराजमान होकर रथ पर निकलते हैं। इस अवसर पर रथ पर विराजमान भगवान को शहर के प्रमुख मार्गो से भ्रमण करा वापस तमेर पारा किल्ला मंदिर में विश्राम कराते हैं।