सरंगपाल की महिलाएं ने जिम्मा लिए 10वी पढ़ाई का

कांकेर में विगत तीन वर्षों से प्रथम एजूकेशन फाऊंडेशन के तहत हमारा गांव कार्यक्रम संचालित रहा है जो स्कूल व समुदाय में अलग अलग बिन्दुओं पर कार्य कर रहा है जैसे – बच्चों की शिक्षा, बेरोजगार युवाओं हेतू रोज़गार, आदि। प्रथम संस्था के तहत् ही सेकंड चांस (GWP) प्रोग्राम चलाया जा रहा है। यह प्रोग्राम ऐसी महिलाओं व लड़कियों के लिए जो किसी कारण वश 10वीं पास नहीं कर पाई थी। उन्हें 10वीं पढ़ाना है। इसके लिए कांकेर ब्लॉक में 12 क्लस्टर तैयार किए गए हैं जिनमें लगभग 400 महिलाएं व लड़कियां पढ़ाई करने हेतू तैयार हुए हैं। इन्हीं में से एक गांव है सरंगपाल जहां माताओं से मिलना मुश्किल हो रहा था। महिलाएं अपने रोज़गार हेतू गोदी कार्य में प्रातः से ही लगे होते है। वहीं जाकर माताओं का मीटिंग लेकर उन्हें समझाया गया। अंत में बहुत सारी महिलाएं खुश होकर अपना नाम लिखाया व सोमवार से कक्षा में उपास्थित होने हेतू कहा गया। माताओं ने खुश होकर। गांव को 10वीं पास मुक्त बनाने हेतू रैली निकाली भी निकाली। हमारा गांव कार्यक्रम समन्वयक श्री तिजेश सिन्हा व टीम लीडर नीतू चौहान के द्वारा यह जानकारी भी मिली कि यदि कोई महिला, लड़की कक्षा में उपस्थित होकर नहीं पढ़ पा रही हैं तो वे आनलाइन रिमोट के द्वारा जुड़कर भी पढ़ाई कर सकेंगे। रिमोट माध्यम से महिला या लड़कियां ही नहीं बल्कि पुरुष वर्ग भी जुड़कर पढ़ाई कर सकते हैं। वर्तमान मे इन महिलाओं को कमाल फॉर लेडीज (पढ़ाई तिहार) से जोड़कर फाउंडेनल कोर्स प्रथम के कार्यकर्ता एवं गांव के स्वयंसेवक द्वारा कराया जायेगा। जो आगे 10वी मे मेन कोर्स की पढ़ाई के पर जोड़ते हुए निशुल्क अध्यापन कराया जायेगा। 10वी पास कराने के साथ –साथ ही महिलाओं , युवाओं को विभिन्न प्रकार के रोजगार से जोड़ने हेतू मोबलाइजेशन का कार्य चल रहा है जिसमें कई यूवा साथी कुरूद पेस सेंटर में ट्रैनिंग ले रहे हैं। ट्रैनिंग पूर्ण होने के पश्चात् उनका प्लेसमेंट होगा। गांव में माताओं को रोजगार से जोड़ने हेतू गांव में ही फूड प्रोडक्शन जैसे –बेकरी , केक, चॉकलेट बनाना आदि का प्रशिक्षण कर उन्हें रोजगार हेतू तैयार किया जाएगा। ताकि वे सिखकर आगे स्वयं अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकेंगी।उक्त कार्यक्रम मे राज्य समन्वयक गौरव शर्मा का विशेष मार्गदर्शन से हो रहा हैं। उक्त कार्यक्रम की जानकारी कांकेर टीम लीडर नीतू चौहान से प्राप्त हुआ।

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