दुर्ग जिले के चर्चित रसमड़ा कांड के आरोपी को आखिरकार पुलिस ने पकड़ ही लिया,, इस मामले में आरोपी को तलाशना और मृतक की पहचान साबित करना दोनों ही टेढ़ी खीर साबित हो रही थी,, अंधे कत्ल की वारदात के तार तार जोड़ती दुर्ग पुलिस ने हत्याकांड के छै माह बाद आरोपी को खोज निकाला,, वारदात के दिन सूचना पा कर आम बसाहट से दूर मंदिर के चबूतरे पर जब पुलिस पहुँची तब भी अधजली लाश की आग सुलग ही रही थी,, आरोपी और मृतक की पहचान को लेकर दुर्ग पुलिस ने और भी कई पड़ताल किये पर मृतक की पहचान नहीं हो पाई,, अब जब आरोपी रामचरण चंद्राकर पुलिस की गिरफ्त में आया तो मृतक की भी जानकारी हासिल हुई,, पर उसका नाम राजू होने के अलावा और कुछ भी पता नहीं चल पाया है,, जिसकी जानकारी तलाशने में दुर्ग पुलिस फिर से जुट गई है,,,,