

धान खरीदी मे अव्यवस्था होने पर भाजपा किसान मोर्चा ने दी आंदोलन की चेतावनी
भाजपा किसान मोर्चा के लगातार आंदोलनों के चलते राज्य सरकार को १ नवंबर से धान खरीदी करने के लिये विवश होना पड़ा है। लेकिन पूर्व में हुई बारदाने व टोकन की अफरा-तफरी से प्रदेश के किसान सशंकित हैं। भाजपा किसान मोर्चा ने भूपेश बघेल की सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि बारदाने की कालाबाजारी बर्दाश्त नही की जाएगी। मोर्चा के जिलाध्यक्ष निश्चय वाजपेयी ने इस के लिये कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि भाजपा
सदैव किसानों के हित में खड़ी रहती है। अभी हाल में हुए बे मौसम बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें आ गई है। इन सभी बिंदुओं पर ध्यान खींचने के लिये राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि इस हेतु समुचित व्यवस्था की जाएगी।
मोर्चा की प्रमुख मांगें हैं-
1.) जिले के समस्त जलाशय से सिंचाई हेतु रवि फसल (धान) के लिए पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें
2.) बेमौसम बारिश के चलते धान, सोयाबीन व अन्य की फसलें बर्बाद हो गई है। जिसकी तत्काल सर्वे प्रारंभ कराया जाए व क्षतिपूर्ति प्रदान किया जाए।
3.) बेमौस बारिश से खराब हुए फसलों उचित सर्वे कर किसानों को प्रधानमंत्री बीमा का वास्तविक लाभ प्रदान किया जाए।
4.) १ नवंबर से प्रारंभ हो रहे धान खरीदी की संपूर्ण तैयारी का सुनिश्चित करें ताकि किसानों को बरदाने व टोकन के नाम से भटकना न पड़े।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से राजेन्द्र यादव, अनिल देशमुख, प्रमोद मिश्रा, योगैश मेहर, व्यास नारायण वर्मा, नंदकुमार साहू, साहिल पाटिल शामिल थे।