दुर्ग शहर की जनता का प्यास बुझाने 8साल पहले भाजपा शासनकाल में बने रायपुर नाका स्थित 42 एमएलडी फिल्टर प्लांट को विधायक अरुण वोरा के मंशानुरूप निगम के वर्तमान महापौर धीरज बाकलीवाल के कांग्रेसी परिषद द्वारा अविभाजित मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री के अलावा राष्ट्रीय राजनीति में रहकर दुर्ग का पहचान स्थापित करने वाले स्व.मोतीलाल वोरा जी के नाम किए जाने निगम सामान्य सभा बैठक में बहुमत के बल पर प्रस्ताव पारित करवा लिया lनिगम के पूर्व सभापति व बीजेपी प्रवक्ता दिनेश देवांगन ने इसे दुर्भाग्य जनक बताते है कहा है इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता कि जिस पिता की राजनीतिक विरासत के दम पर लगातार 30 सालो से सक्रिय राजनीति में रहकर तीन बार विधायक बनने वाले पुत्र अरुण वोरा द्वारा मरणोपरांत भी अपने दिवंगत पिता को उनके कद व गरिमानुसार उचित सम्मान नही दिला पाया जिससे दिवंगत आत्मा भी पुत्र की ऐसी करनी से दुखी होगा।
इस संबंध में जारी बयान में भाजपा प्रवक्ता दिनेश देवांगन ने कहा है कि दुर्ग शहर के प्रत्येक घरों तक पानी पहुंचाने 2009 में भाजपा के तत्कालीन महापौर सुश्री सरोज पाण्डेय व दुर्ग के तत्कालीन विधायक व केबिनेट मंत्री हेमचंद्र यादव कार्यकाल में लगभग 109करोड़ से अधिक की राशि दिलाई गई थी l जिसमे रायपुर नाका स्थित 42 एमएलडी फिल्टर,शिवनाथ नदी में नया इंटकवेल तथा शहर के आउटर वार्ड बघेरा,बोरसी, पोटिया,कातुलबोर्ड,कर्मचारी नगर में नई पानी टंकी निर्माण का प्रस्ताव बना था lजिसकी राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के कार्यकाल में राशि स्वीकृति के पश्चात 2012में डॉ शिव कुमार तमेर के महापौर कार्यकाल में निर्माण आरंभ हुआ जो फरवरी 2016में पूर्व की भाजपा परिषद व महापौर श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर के कार्यकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के हाथो ही लोकर्पित हुआ lजबकि उक्त फिल्टर प्लांट के समीप करीब 28 वर्ष पूर्व बने 24एमएलडी फिल्टर प्लांट को स्व.मोतीलाल जी वोरा ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहते हुए लोकार्पित किया था जिसे भी बाद में पुराना व जर्जर अवस्था होने के कारण इस फिल्टर प्लांट का संधारण कार्य भाजपा शासन काल में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा अमृत मिशन योजना में दिए गए राशि से कराया गया जिसमे फिल्टर प्लांट में नए पैनल बोर्ड से लेकर तमाम उपकरण लगाकर रिनोवेशन किया गया lइस प्रकार यह पूरी परियोजना भाजपा सरकार की देन है ।42एमएलडी फिल्टर प्लांट सहित सभी प्रोजेक्ट का 8 साल पहले लोकार्पण हो चुका है किंतु विधायक अरुण वोरा द्वारा अपने पिता स्व.मोतीलाल जी वोरा जी के निधन के लगभग 2 साल बीतने के बाद भी उनके कद व गरिमा के अनुसार सम्मान नहीं दिला पाना तथा भाजपा द्वारा निर्मित पुरानी परियोजना में ही नाम रखने निगम परिषद के बहुमत के बल पर पारित कराकर रायपुर नाका स्थित फिल्टर प्लांट का स्व.मोतीलाल जी वोरा के नाम पर किया जाना विधायक वोरा के लाचारी व नाकामी को प्रदर्शित करता है।पूर्व सभापति देवांगन ने आगे कहा की इससे पहले भी विधायक वोरा के मंशानुरूप स्वर्गीय मोतीलाल वोरा जी के नामकरण हेतु ठगड़ा बांध को रखने महापौर निगम परिषद में प्रस्ताव पारित किया गया था किंतु उक्त स्थल को बरसो पहले दान में होने व एक समाज विशेष का विरोध होने के चलते वापस लेना पड़ा जबकि राष्ट्रीय राजनीति में दुर्ग का नाम स्थापित करने वाले उक्त दिवंगत व्यक्तित्व के लिए कोई नया बड़ा प्रोजेक्ट या योजना बनाकर नामकरण करना था जैसे स्वर्गीय हेमचंद यादव जी के नाम यूनिवर्सिटी की गई है l लेकिन निगम से लेकर राज्य तक विधायक वोरा जी की ही कांग्रेस पार्टी के सरकार होने के बावजूद इस प्रकार पूर्व के निर्मित पुरानी परियोजना पर नामकरण बड़े कद के अनुरूप सम्मान जनक नही बल्कि दुर्भाग्य जनक है ।
