रिसाली निगम की पहली सामान्य सभा में राजगीत का अपमान – गृहमंत्री ताम्रध्व साहू के सामने गाया गया अधूरा राजगीत

भिलाई. रिसाली नगर पालिक निगम की पहली समान्य सभा में राजगीत “अरपा पैरी के धार…” को आधा अधूरा गाया गया। भाजपा पार्षद माया यादव ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा यह राजगीत का अपमान है। इस सामान्य सभा में खुद राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्व साहू पहुंचे थे। उनके सामने राजगीत का अपमान हुआ, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बोला। सामान्य सभा का संचालक सभापति केशव बंछोर के द्वारा किया गया। सामान्य सभा गुरुवार दोपहर करीब 12:30 बजे शुरू हुई। 1 घंटे के प्रश्नकाल के दौरान 31 में से 17 प्रश्न ही पूछे गए। इस दौरान भाजपा पार्षदों ने निगम के अधिकारियों और निगम सरकार पर कई मुद्दों को लेकर मिली भगत का आरोप लगाया। सबसे बड़ा मुद्दा सफाई एजेंसी का रहा। भाजपा पार्षद धर्मेंद्र भगत ने सवाल पूछा कि धमतरी में ब्लैकलिस्टेड कंपनी को रिसाली निगम में सफाई का ठेका किस तरह से दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सफाई कंपनी के संचालक रमन ने झूठा शपथ पत्र देकर ठेका हासिल किया है। इसलिए उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। इसे लेकर सभापति केशव बंछोल ने निर्देश दिया है कि इसकी जांच के लिए निगम के पांच पार्षदों की टीम गठित होगी। ये एजेंसी मामले की जांच करेगी। उसके बाद यदि गलत पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उसके टेंडर भी रद्द किया जाएगा। इसके साथ ही पार्षद माया यादव ने श्रमिक क्षेत्र में शासकीय योजनाओं का लाभ न मिलने को लेकर, मुक्तिधाम को लेकर मुद्दा उठाया। इसी तरह पार्षद शील ठाकरे ने वार्ड 6 में अवैध बस्ती का मामला, मनीष यादव ने ईडब्ल्यूडीएस भूमि में निगम द्वारा अवैध मकान पर बिल्डिंग परमिशन देने का मुद्दा उठाया।

आपस में भिड़े पार्षद

भाजपा की महिला पार्षद रमा साहू ने नगर सरकार द्वारा सही कार्य न करने का आरोप लगाया और गार्डन के विकास को लेकर भेदभाव का आरोप महापौर पर लगाया। इस पर कांग्रेस की पार्षद ने भाजपा शासन के समय में किए गए कार्यों को लेकर चिल्लाना शुरू कर दिया। इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के बीच जमकर बवाल हुआ।

प्लेसमेंट के काम पर पक्ष के पार्षद ने उठाया सवाल

चर्चा के दौरान निगम में अलग अलग काम को कराने के लिए प्लेसमेंट एजेंसी को दिए काम पर कांग्रेस के पार्षद संजू नेताम ने ही सवाल उठा दिए। 1 करोड़ 77 लाख की निविदा रुद्र कंस्ट्रक्शन को 45.50 प्रतिशत अधिक पर दिए जाने पर उन्होंने आपत्ति की। उन्होंने कहा कि इसके चलते 1.77 करोड़ का टेंडर बढ़कर 2.55 करोड़ से अधिक पहुंच गया। वहीं भाजपा पार्षद धर्मेन्द्र भगत ने निविदा को गलत ढंग से दिेए जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि एक करोड़ से अधिक के टेंडर को बिना सामान्य सभा में रखे कैसे पास कर दिया गया। उन्होंने इसे सामान्य सभा के अधिकारों का हनन बताया। इसके बाद इस मुद्दे पर निगम कमीश्नर ने इसे सामान्य सभा की प्रत्याशा में काम शुरू करने की जानकारी दी।

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