नए वर्ष के प्रथम दिन आयोजित होने वाला शिवनाथ महोत्सव का यह तीसरा वर्ष था,महोत्सव की महाआरती का क्रेज ऐसा था कि श्रद्धालु दूसरे जिले और राज्यों से नया साल मनाने दुर्ग के शिवनाथ नदी पहुंचे,यहां की आरती बनारस और हरिद्वार की तर्ज पर की जाती है जो आतिशबाजी के साथ अद्भुत रहती है जिसे देखने हर वर्ग के लोग पहुंचते हैं चाहे वो बुजुर्ग हों या युवा,यही कारण रहा की शिवनाथ महोत्सव के तीसरे वर्ष महमरा एनीकेट पर भक्तों की इतनी भीड़ रही की कदम रखने की जगह भी नहीं बची थी,आयोजन को आकर्षक बनाने हेतु 21000 दीपदान किए गए,साथ ही 12 ज्योर्तिलिंग,केदारनाथ मंदिर और शिव जी की तीन मुरूत वाली विशाल प्रतिमा लगाई गई, शिवनाथ महोत्सव में सभी वर्ग का खयाल रखा गया था आने वाले भक्तों के लिए शिव जी और माता पार्वती को दूल्हा दुल्हन का रूप दिया गया एवम् बच्चों के लिए खेलने के झूले और जंपिंग जैसे व्यवस्था भी की गई थी,वहीं साईं म्यूजिक ग्रुप इंडिया की टीम हाजी मिर्जा साजिद के नेतृत्व में सभी का संगीत के माध्यम से मनोरंजन में समा बांधे रखा,आयोजन की खास बात यह रही है कि युवा युवकों और युवतियों ने इसमें बेहद रुचि दिखाई जहां युवकों ने दियों से महाकाल जी की मंदिर का रूप दिया तो युवतियों ने रंगोली से माता पार्वती और शिव जी एक से बढ़कर एक चित्र बनाएं,आयोजक वरुण जोशी ने कहा की यह आयोजन शिवनाथ महोत्सव को लीज मुक्त होने के अवसर पर किया जा रहा है,क्योंकि हमारी जीवन दायनी नदी 22 वर्षों तक लीज पर थी और हमारा सौभाग्य की हम लीज मुक्त होने के गवाह बने हैं वैसे भी नदी सिर्फ बहती धारा नहीं है यह मनुष्यों और जीव जंतुओं के जीवन धारा है,यह आयोजन पूरे दुर्ग जिले वासियों का है यही कारण है कि सुबह से रात तक हजारों लोगों ने महोत्सव में शिरकत की!

