दुर्ग/ शहर को व्यवस्थित और सुंदर बनाने के उद्देश्य से निगम प्रशासन दुर्ग के द्वारा शुरू किये गए अतिक्रमणों के तोड़फोड़ अभियान के खिलाफ व्यापारी लामबन्द होने लगे हैं,, नगर निगम मुर्दाबाद के नारे लगा रहे ये वही व्यापारी हैं जिनके खिलाफ निगम प्रशासन के तोड़ू दस्ते ने मुहीम चला रखी है, निगम के अनुसार इन व्यापारियों ने किसी न किसी रूप में अपनी दुकानों को दायरे से बाहर स्थाई या अस्थाई निर्माण कर अतिक्रमण कर रखा है, और अब जब निगम ऐसे निर्माणों को तोड़ने की मुहीम चालाने लगा तो व्यापारी विरोध पर आमादा हो गए, अभियान का विरोध करने आज इंदिरा मार्केट और मोती कांप्लेक्स के पास सराफा व्यापारी एकजुट नजर आए। इस अभियान का विरोध करते हुए उन्होंने निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई,, आपको बता दें कि निगम प्रशासन के आयुक्त प्रशिक्षु आईएएस लक्ष्मण तिवारी के नेतृत्व में शहर को बेजा कब्जों से मुक्ति दिलाने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया है। इस अभियान को लेकर दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा और आयुक्त के बीच,, बीच सड़क तीखी बहस भी हो चुकी है, निगम प्रशासन का तोडू दस्ता आज सोमवार को इंदिरा मार्केट और मोती कांप्लेक्स इलाके में पहुंचा था। यहां दुकानों के सामने किए गए कब्जे को हटाने की कार्रवाई की जा रही थी। अमला जैसे ही वकील कांप्लेक्स स्थित ओम ज्वेलर्स के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचा विरोध शुरू हो गया। ओम ज्वेलर्स संचालक के खिलाफ दुकान के सामने के रास्ते को बाधित किए जाने की शिकायत लंबे समय से आमने आ रही थी, लेकिन निगम प्रशासन दबाव में कार्रवाई नहीं कर पा रहा था। आज निगम अमले ने जैसे ही ओम ज्वेलर्स के खिलाफ कार्रवाई शुरू की संचालक ने विरोध कर दिया। धीरे-धीरे व्यापारी मौके पर जुटने लगे। इसके बाद अमला जैसे ही मोती की सराफा लाइन पहुंचा सराफा व्यापारी एसोसिएशन भी विरोध करने सामने आ गया। सराफा व्यापारी एसोसिएशन व चेंबर आफ कामर्स से जुड़े व्यापारियों और नेताओं ने इस कार्रवाई को गैर वाजिब बताते हुए नारेबाजी की। याद दिला दें कि इससे पहले कुछ दिनों पूर्व निगम के अतिक्रमण हटाए जाने के विरोध में कुछ कब्जा धारियों द्वारा कर्मचारियों के साथ हुज्जत व बदतमीजी की गई थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए निगम आयुक्त प्रशिक्षु आईएएस लक्ष्मण तिवारी ने इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जिसके तहत चार लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और शांति भंग करने के आरोप में विधिक कार्रवाई की गई है ।।
