
भिलाई. छत्तीसगढ़ के राजनीतिक जिले दुर्ग और भिलाई में भाजपा के बड़े नेताओं की फूट फिर एक बार सामने आ गई है। भाजपा ने भिलाई नगर निगम में योजना समिति के सदस्य बनाने को लेकर एक बैठक बुलाई। इस बैठक का मुद्दा अचानक भटक गया। जिसे लेकर जिले के चार बड़े नेता आपस में उलझ गए। चर्चा है कि नए जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने दो टूक शब्दों में कहा है कि जिले क्या होगा यह तय करना उनका काम है। वह पार्टी नियम से बाहर कुछ भी नहीं होने देंगे।
जानकारी के मुताबिक नगर पालिक निगम में योजना समिति के 8 सदस्यों के नाम तय किए जाने हैं। इसमें भाजपा अपने दो पार्षदों को सदस्य बनाकर भेजना चाहती है। इसका चुनाव दिसंबर में होना है। भाजपा से वो दो नाम कौन होंगे इस मुद्दे को लेकर मंगलवार दोपहर छत्तीसगढ़ी अग्रवाल भवन प्रियदर्शिनी परिसर में भाजपा की बैठक बुलाई गई थी। बैठक जिस मुद्दे को लेकर उसमें कुछ देर तक तो चर्चा हुई फिर अचानक सांसद विजय बघेल ने भिलाई नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष बनाने का मुद्दा उठा दिया। इस पर पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय और विधायक विद्यारतन भसीन एक दूसरे को जिम्मेदारी देने की बात कहते हुए बोले कि किसी एक को जिम्मेदारी दी जाए वो नेता प्रतिपक्ष का चुनाव कर देगा। इस मुद्दे पर तीनों नेताओं में काफी देर तक खींचतान चलती रही।
इसके बाद जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने दो टूक शब्दों में कहा कि नेता प्रतिपक्ष भिलाई का नहीं एक साथ कुम्हारी नगर पालिका सहित नगर निगम भिलाई, रिसाली और भिलाई तीन का चुना जाएगा। नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करना संगठन का कार्य है। इसके लिए राज्य से पर्यवेक्षक को बुलाया जाएगा और वहीं तय करेगा कि कौन कहां का नेता प्रतिपक्ष होगा। संगठन के नियम से बाहर कुछ नहीं होगा। बैठक में झगड़ा बढ़ता देख कार्यक्रम का संचालन कर रहे पार्षद महेश वर्मा को भारत माता की जाय बुलवा कर बैठक समाप्त करनी पड़ी।
कहा बिना जिलाध्यक्ष की सहमति के नहीं होंगे आयोजन
बैठक में पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने कहा किसी बड़े मुद्दे को उठाकर निगम का घेराव करना चाहिए। साथ ही साथ पूरे वार्डों का दौरा करना चाहिए। इस पर पूरे पार्षद और नेता एकराय नहीं हुए। विवाद होता देख जिलाध्यक्ष बिचपुरिया ने कहा कि जिले में क्या आयोजन किया जाएगा यह बिना जिलाध्यक्ष के नहीं होना चाहिए। कोई भी नेता बिना जिलाध्यक्ष की सहमति किसी आयोजन को कहता है तो वो पार्टी का आयोजन नहीं माना जाएगा।
सरोज पाण्डेय गुट में नाराजगी, नहीं बुलाया बैठक में
इस बैठक को लेकर राज्य सभा सांसद सरोज पाण्डेय का गुट खासा नाराज है। उनका कहना है कि जब दुर्ग सांसद को बैठक में बुलाया गया तो फिर राज्य सभा सांसद सरोज पाण्डेय को क्यों नहीं बुलाया गया। वह लोग संगठन में इस बात को रखकर अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे। सरोज खेमे का कहना है कि जिले में किसी भी बैठक को आयोजित करने के लिए जिलाध्यक्ष सक्षम होता है तो फिर भिलाई जिले की बैठक अकेले जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में ही क्यों नहीं की जाती है।
नंदिनी रोड की शराब दुकान हटाने के मुद्दे को बताया व्यक्तिगत
बताया जा रहा है कि बैठक में वरिष्ठ पार्षद पीयूष मिश्रा नंदिनी रोड से शराब दुकान हटाने के लिए किए जा रहे धरना प्रदर्शन की बात बताई। इस पर जिलाध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया ने कहा कि उन्होंने बिना पार्टी की सहमति के अकेले वार्ड के लोगों के समर्थन से वो मुद्दा उठाया और धरना प्रदर्शन शुरू किया। इसलिए उस धरने से भाजपा पार्टी का कोई को वास्ता नहीं है। वह पार्षद पीयूष मिश्रा का व्यक्तिगत धरना है वो उसके लिए लड़ाई लड़ सकते हैं। वहीं पार्षद पीयुष मिश्रा का कहना है कि उन्होंने जनता के हित के लिए ये धरना शुरू किया है। वह यह लड़ाई खुद लड़ेंगे।
